Parton’s Message
JGM Gurukulam एक विचार सरंक्षक की कलम से,
गुरुकुल शिक्षा पदत्ति एंव गौ आधारित शिक्षा पद्ति का मुख्य उदेशय अच्छे व नैतिक चरित्र का निर्माण हो बालक का सर्वागीण हो सामाजिक कर्तव्यों का बोध करा श्रेष्ट नागरिक का निर्माण हो बालको में आध्यत्मिक का निर्माण हो , अपनी संस्कृति का सरक्षण व प्रचार हो , यह है
इन्ही उदेश्यो की पूर्ति के लिए ग्राम ताणा में J.G.M गुरुकुलम की स्थापना हुई है , ताकि विद्यार्धी हर झेत्र में अग्रणी रहे जय गोमाता गुरुकुलम अपने विधार्धियो को राष्टृ प्रेम के साथ तथा गौ – संस्कृति प्रेम के साथ शिक्षा प्रदान करता है यह शिक्षा ग्रहण करके हमारे विद्यार्थी आगे जाकर , इस भारत देश की शान बनेगे अतः हम भारतीय प्राचीन गुरुकुलीय शिक्षा तो बचे को दे ही परन्तु आधुनिक परिवेश से भी बच्चो को परिचित करवाये | विद्यार्ति संस्कृत का श्लोक बोले , तो कंप्यूटर चलाने भी ज्ञान हो | विधार्थी को हिंदी आये तो अंग्रेजी बोलने में भी वो पीछे ना रहे,
हम प्राचीन गुरुकुलीय शिक्षा को छोड़े नहीं और आधुनिक शिक्षा में मुख मोड़े नहीं
गुरुकुल का परिसर ऐसा परिसर है जहा विधार्थियो के लिए पंचगव्य निर्मित छात्रावास , प्रयोगशाला , भोजन की शुद्ध सात्विक वयवस्था , गोबर से लेपित ,भोजनशाला ,स्व्स्थ हो , उसके लिए विविध परकार की ओषिधि वयवसस्था आद्यात्मा व संस्कृति को जोड़ने के लिए नित्य यज्ञ की वव्यस्था खेलखुद की वव्यस्था , एंव गोशाला की वव्यस्था मलखम्भ , जुडो कराटे , नृत्य , संगीत , तैराकी एंव डिफेन्स के परीक्षण की वव्यस्थाए को स्वर एंव आकार देते है
इस प्रकार JGM गुरुकुलम का यह कथन की लाइये तुम्हारे लाल को इंसान बना दे
दुनिया पूजे इतना महान बना दे |
सत्य प्रतीत होता है JGM गुरुकुलम बालक के पूर्ण सर्वांगीण विकास के लिए पूर्णतया संकल्पित हो
स्वामी गोपालचार्य गोपालदास सरस्वती
31 वर्षीय गौ पर्यावरण एंव आध्यात्म चेतना पदयात्रा के प्रेणता
संगरक्षक जे जी ऍम गुरुकुलम